अपने शरीर की देखभाल करो। यही वह जगह है जहां तुम्हें रहना है।
जिम रॉन
अच्छे स्वास्थ्य का होना उम्र के हर पड़ाव पर जरूरी है। स्वस्थ शरीर खुशहाल जीवन का आधार होता है। शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में विटामिन व खनिज पदार्थों का बहुत बड़ा योगदान होता है। वैसे तो इनकी जरूरत हर उम्र में होती है पर 50-60 की उम्र से सही मात्रा में मल्टीविटामिन लेना पुरुषों के लिए आवश्यक हो जाता है।
एक उम्र के पश्चात पुरुषों में विटामिन ‘डी3’ की कमी से टेस्टोस्टेरोन नामक हॉर्मोन की कमी होने लगती है। जिससे उसका उपापच्य कमजोर हो जाता है। उसकी हड्डियां व मांसपेशियां कमजोर होने लगती है। इस स्थिति से बचने के लिए, वरिष्ठ पुरुष मल्टीविटामिन लेना आवश्यक हो जाता है। भारत में भी डॉक्टर अब मल्टीविटामिन लेने पर जोर देने लगे है।
मल्टीविटामिन
विभिन्न विटामिन्स के संग्रह को मल्टीविटामिन कहा जाता है। जैसे विटामिन ’सी’, विटामिन ’ए’, फोलिक एसिड,विटामिन ‘बी3’, विटामिन ‘बी5’ विटामिन ‘बी6’ ,विटामिन ‘बी12’, विटामिन ‘डी’ आदि विटामिन्स का संग्रह मल्टीविटामिन कहा जाता है।
मल्टीविटामिन की आवश्यकता तथा फायदे व नुकसान
आवश्यकता
मनुष्य के शरीर को कार्य करने के लिए विभिन्न विटामिन्स की आवश्यकता होती है। परन्तु एक उम्र के पश्चात शरीर में इन विटामिन्स की कमी होने लगती है। अतः हमें मल्टीविटामिन की आवश्यकता होती है भोजन बनाते समय बहुत से पोषक तत्व नष्ट हो जाते है। उनकी पूर्ति के लिए डॉक्टर द्वारा दिए गए टॉनिक( मल्टीविटामिन) की आवश्यकता होती है।
भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव बढ़ जाता है। तनाव को दूर करने के लिए विभिन्न विटामिन्स की आवश्यकता होती है। एक उम्र के पश्चात भूख लगनी कम हो जाती है। जिससे पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। अतः इन कमियों की क्षतिपूर्ति हेतु डॉक्टर मल्टीविटामिन देते है।
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वरिष्ठ पुरुषों के लिए मल्टीविटामिन के लाभ
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मल्टीविटामिन लेने से स्वास्थ्य में सुधार होता है। यह शारीरिक ऊर्जा व एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है।
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मल्टीविटामिन कार्बोहाइड्रेट के चयापचय करने में मदद करता है। साथ ही कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण में मदद करता है।
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मल्टीविटामिन में संग्रहित रिबोफ्लेविन शारीरिक विकास में सहायक होता है। यह शरीर की ऊर्जा उत्पन्न करने में सहायता करता है।
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मल्टीविटामिन में विटामिन’बी3’ भी होता है,जिसे नियासिन कहा जाता है। इससे कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है।
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मल्टीविटामिन में संग्रहित यह विटामिन माइग्रेन जैसी परेशानियों को दूर करने में सहायता करता है।
एक उम्र के पश्चात हड्डियां कमजोर होने लगती है जिससे ओस्टियोपोरोसिस होने का खतरा बना रहता है। मल्टीविटामिन में संग्रहित विटामिन ‘डी3’ हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायता करता है। जिससे ये बीमारी नहीं होती।
मल्टीविटामिन में संग्रहित विटामिन ‘सी’ से चोट लगने पर घाव जल्दी भरने में मदद मिलती है। साथ ही मल्टीविटामिन मसूड़ों में होने वाली तकलीफ से भी बचाता है।
मल्टीविटामिन में संग्रहित फोलिक एसिड भी हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।यह एनिमिया होने से बचाव करता है। साथ ही मस्तिष्क द्वारा उचित कार्य करने में मदद करता है।
एक शोध से पता चला है कि मल्टीविटामिन लेने से यादाश्त भी बढ़ती है। वरिष्ठ लोगों में यादाश्त कमजोर होने के लक्षण पाए जाते है। ऐसे में मल्टीविटामिन में संग्रहित ‘विटामिन बी6’ याददाश्त बढ़ाने में मदद करता है साथ ही डिप्रेशन होने का खतरा भी नहीं रहता।
शरीर के पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में मल्टीविटामिन में संग्रहित विटामिन ‘बी5’ महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे मांसपेशियों में ऐंठन होने का खतरा भी नहीं रहता।
विटामिन ‘बी12’ की कमी से अनिद्रा, थकान , उल्टी आदि होने का खतरा बना रहता है। मल्टीविटामिन लेने से हम इस समस्या से निजात पा सकते है।
मल्टीविटामिन में संग्रहित विटामिन ‘ए’ आँखों की रोशनी में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। अगर ‘विटामिन ए’ युक्त भोजन नहीं ले रहे हैं तो मल्टीविटामिन लेने से उसकी पूर्ति हो जाती है।
बालों को मजबूत बनाने में विटामिन ‘ई’ महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। अगर इसकी पर्याप्त मात्रा ना लो तो गंजेपन जैसी मुश्किल आ सकती है। मल्टीविटामिन लेने से बाल मजबूत होते है और इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
हमारे शरीर को कई प्रकार के विटामिन्स की जरूरत होती है। जो लगभग संतुलित आहार ना लेने या कम मात्रा में भोजन करने पर तथा कई बार भोजन बनाते समय पोषक तत्वों के नष्ट होने पर पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाते। मल्टीविटामिन में बहुत से विटामिन्स और मिनरल्स का संग्रह होता है, अतः इसे लेने से उस कमी की पूर्ति हो जाती है।
नुकसान
मल्टीविटामिन को अत्यधिक मात्रा में नहीं लेना चाहिए। इससे शरीर को नुकसान हो सकता है। उल्टी, एलर्जी, थकान आदि होने का खतरा बना रहता है।
अगर हम किसी बीमारी से जुड़ी दवाइयां ले रहे है तो उस समय भी मल्टीविटामिन नहीं लेना चाहिए।
मल्टीविटामिन को बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए। अन्यथा इससे नुकसान भी हो सकता है।
बहुत से विटामिन जो वसा में घुलनशील होते है जैसे ‘डी’, ‘ई’ ‘के’ आदि की अत्यधिक पूर्ति शरीर के लिए हानिकारक होती हैं। अतः मल्टीविटामिन की अत्यधिक मात्रा लेने से बचना चाहिए।
भारत में मल्टीविटामिन की आवश्यकता
भारत एक विकासशील देश है। यहां बहुत सी आबादी संतुलित आहार को लेकर जागरूक नहीं है । जिसके कारण उन्हें पूरा पोषण नहीं मिलता। अतः यहां मल्टीविटामिन की आवश्यकता होती है। यहां मल्टीविटामिन का काफी समय से बहुत प्रचार प्रसार हुआ है। बहुत सी आबादी इससे होने वाले फायदे को स्वीकृति दे रही है।
जो लोग उचित मात्रा में पोषक तत्व नहीं ले पाते ,मल्टीविटामिन लेने पर वह कमी दूर हो जाती है। वरिष्ठ नागरिकों को चाहिए की वो डॉक्टर के परामर्श से व उचित मात्रा में इनका सेवन करे।
उपरोक्त तथ्यों के अनुसार यह निष्कर्ष निकलता है कि हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिये अनेक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। मल्टीविटामिन शरीर को स्वस्थ रहने में सहायता प्रदान करते है। इसमें संग्रहित सभी विटामिन शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करते है। जिससे शरीर ऊर्जावान रहता है।
वरिष्ठ पुरुषों में पोषक तत्वों की जो कमी हो जाती है वो मल्टीविटामिन लेने से पूर्ति हो जाती है। जिससे उनमें उत्साह बना रहता है। इन्हें डाक्टर से परामर्श के पश्चात ही शारीरिक आवश्यकता अनुसार लेना चाहिए।
संदर्भ
https://amp.livescience.com/38963-testosterone.html
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2701485/
https://www.bodybuilding.com/fun/4-underrated-benefits-of-testosterone.html