“हर मनुष्य अपने स्वास्थ्य का खुद ही लेखक होता है।“
गौतमबुद्ध
अच्छा जीवन जीने के लिए जितना संयम जरूरी है उतना ही स्वस्थ रहना भी जरूरी है। स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है कि हम अपने आहार में उन सभी पोषक तत्वों को सम्मिलित करें जो शरीर को ऊर्जावान एवं ताकतवर बनाए रखने के लिए जरूरी होते है। शरीर स्वस्थ रहे इसमें विटामिन्स बहुत बड़ी भूमिका अदा करते है।
10 सबसे अधिक आयताकार विटामिन
विटामिन एक ऐसा कार्बनिक मिश्रण है जिसकी आवश्यकता बहुत ही थोड़ी मात्रा में शारीरिक विकास के लिए होती है। विटामिन कई प्रकार के होते है जैसे विटामिन डी, विटामिन ई, विटामिन ए, विटामिन के, विटामिन बी12, फोलिक ऐसिड, विटामिन बी5, विटामिन बी6, विटामिन बी3
1. विटामिन डी
विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत सूरज की किरणें है। यह विटामिन हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। अगर इसकी पूर्ति हमारे शरीर में पर्याप्त मात्रा में ना हो तो रिकेट्स, ओस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां घेर लेती है। विटामिन ‘डी’ शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने में अपना योगदान देता है।
विटामिन ‘डी’ के स्त्रोत- मछली, अंडे, मशरूम, गाय का दूध,सोया दूध, संतरे का जूस इत्यादि में विटामिन ‘डी’ पाया जाता है।
2. विटामिन ए
विटामिन’ए’ एक (फैट सोल्यूबल) वसा में घुलनशील विटामिन है। यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत व हमारे नेत्रों की रोशनी को तेज बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह हमारी हड्डियों के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।विटामिन ‘ए’ की कमी से नेत्र रोग, त्वचा संबंधी रोग, शारीरिक विकास में रूकावट आदि हो सकते है।
विटामिन’ए’ के स्त्रोत- गाजर, आम, पनीर, शक्करकंद, ब्रोकली, अंडा, दूध, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि में पाया जाता है।
3. विटामिन ई
विटामिन ‘ए’ की भांति विटामिन’ई’ भी वसा में घुलनशील विटामिन है। यह हमारी कोशिकाओं की क्षतिपूर्ति करता है। बालों की मजबूती में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विटामिन हमारी हृदय रोग, कैंसर, डाईबिटीज आदि बीमारियों से सुरक्षा करता है। यह हमारी लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में भी योगदान देता है। अल्जाइमर जैसी बीमारियों से यह विटामिन हमारा बचाव करता है।
विटामिन’ई’ के स्त्रोत- सूरजमुखी के बीज, बादाम, मूंगफली, कीवी फल, मछली इत्यादि में पाया जाता है
4. विटामिन के
अन्य विटामिन की तरह विटामिन ‘के’ को भी अपने आहार में शामिल करना आवश्यक है। यह हमें मासिक धर्म से होने वाली पीड़ा से बचाता है। विटामिन ‘के’ की कमी से कैंसर, ओस्टियोपोरोसिस, चोट लगने पर ज्यादा खून आना आदि हो सकते है। यह विटामिन खून के थक्के जमने से भी रोकता है। यह विटामिन अगर बच्चों को पर्याप्त मात्रा में ना मिले तो बच्चों के शारीरिक विकास में बाधा उत्पन्न होती है।
विटामिन ‘के’ के स्त्रोत- पालक, मछली, अंडे, ब्रोकली, फूलगोभी आदि में पाया जाता है।
5. विटामिन बी2
विटामिन बी2 को राइबोफ्लेविन भी कहा जाता है। यह पानी में घुलनशील विटामिन है, जो कि शरीर में हर रोज़ खत्म हो जाता है। अतः इसे हर रोज़ नियमित रूप से खाने की आवश्यकता पड़ती है। यह विटामिन हमारी शारीरिक वृद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह हमारे शरीर को वसा, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन को तोड़कर ऊर्जा उत्पन्न करने में सहायता करता है। इसके साथ ही यह विटामिन आक्सीजन को शरीर द्वारा लेने की अनुमति प्रदान करता है। विटामिन ’बी2’ की कमी से बेरी-बेरी, पैलाग्रा आदि रोग होने का खतरा बना रहता है।
विटामिन ‘बी2’ के स्त्रोत- तोफू, दूध, मशरुम, मछली, बादाम, पालक, अंडे इत्यादि में पाया जाता है।
6. विटामिन सी
विटामिन ‘सी’ को एसकोर्बिक एसिड भी कहा जाता है। यह हमारे शरीर की बहुत से कार्यों में मदद करता है। यह हमारे शरीर में उत्तको की वृद्धि एवं उनके ठीक होने में सहायता प्रदान करता है। एन आई एच के अनुसार हमारा शरीर विटामिन ‘सी’ का प्रयोग त्वचा तथा रक्त वाहिकाओं को बनाने में करता है। यह विटामिन हड्डियों तथा किसी भी चोट के ठीक होने में सहायक होता है। दाँतों की मजबूती में भी यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन ‘सी’ की कमी से सकर्वी रोग होने का खतरा बना रहता है। इसकी कमी से लाल रक्त कोशिकाओं में कमी, मसूड़ों में तकलीफ जैसी बीमारियां भी हो सकती है।
विटामिन ‘सी’ के स्त्रोत- कीवी, अमरूद, स्टोबेरी, संतरा, ब्रोकली, शिमला मिर्च,टमाटर, पत्तागोभी आदि में पाया जाता है।
7. फोलिक एसिड
विटामिन ‘बी9’ को फोलिक एसिड भी कहा जाता है।यह विटामिन भी अन्य विटामिन की तरह हमारे शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।यह नए एवं स्वस्थ उत्तकों की वृद्धि में सहायता करता है। फोलिक एसिड लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में शरीर की सहायता करता है। इस विटामिन से मानसिक एवं भावनात्मक विकास तथा मस्तिष्क को कार्य करने में सहायता मिलती है। यह गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही आवश्यक विटामिन है। इसकी कमी से एनिमिया, समृति हानि, मस्तिष्क एवं नसों की वृद्धि में रुकावट, शारीरिक कमजोरी आदि होने का खतरा बना रहता है।
फोलिक एसिड के स्त्रोत- दालों, पालक, ब्रोकली, आम इत्यादि में यह पाया जाता है।
8. विटामिन बी6
विटामिन ‘बी6’ को पानी में घुलनशील विटामिन कहा जाता है। यह हमारे रक्त में एमिनो एसिड के स्तर को नियंत्रित करता है। यह विटामिन मस्तिष्क के विकास के लिए आवश्यक है।यह हमारे शरीर की हॉर्मोन बनाने में सहायता प्रदान करता है, जिससे हमारी सोने की क्रिया एवं मनोदशा पर असर होता है। इसकी कमी से डिप्रेशन, थकान, चिंता, मांसपेशियों में दर्द आदि होने का खतरा बना रहता है।
विटामिन ‘बी6’ के स्त्रोत – केला, तोफू, आलू, पिस्ता, शक्करकंद आदि में पाया जाता है।
9. विटामिन बी5
विटामिन ‘बी5’ को पैंटोथैनिक एसिड भी कहा जाता है, जो कि हमारे स्वस्थ जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विटामिन भोजन को ऊर्जा में बदलने में हमारे शरीर की सहायता करता है। यह लाल रक्त कोशिकाओं को बनने में मदद करता है। इससे पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने तथा तनाव संबंधी हॉर्मोन बनाने में सहायता मिलती है। यह कॉलेस्ट्रॉल के संश्लेषण में मदद करता है। विटामिन ‘बी5’ की कमी से अनिद्रा, पेट दर्द, उल्टी , मांसपेशियों में ऐठन आदि का खतरा बना रहता है।
विटामिन ‘बी5 के स्त्रोत- दूध, दालों आदि में पाया जाता है।
10. विटामिन बी12
विटामिन ‘बी12’ को पानी में घुलनशील विटामिन भी कहा जाता है।यह विटामिन स्नायूविक कार्य, डी एन ए संश्लेषण व लाल रक्त कोशिकाओं के उचित विकास में सहायता प्रदान करता है। इस विटामिन की कमी से प्रतिरक्षा प्रणाली विकार, जठर शोध आदि होने का खतरा बना रहता है। इसकी लम्बे समय तक कमी होने पर मस्तिष्क व तंत्रिका तंत्र की क्षति होने का खतरा बना रहता है।
विटामिन‘बी12’ के स्त्रोत- मछली, तोफू, दूध आदि में पाया जाता है।
उपरोक्त विटामिन हमारे शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए अति आवश्यक है। इसकी कमी से हमारे शरीर पर बुरा असर पड़ता है। अतः आवश्यक है कि हम इन्हें अपने आहार में शामिल करें।
References
https://medlineplus.gov/vitamina.html
https://amp.livescience.com/51543-vitamin-e.html
https://www.healthline.com/nutrition/foods-high-in-vitamin-e
https://www.bodybuilding.com/content/top-10-vitamins-that-everyone-should-include-in-their-diet.html
https://www.myfooddata.com/articles/vitamin-c-foods.php